अपने बदहाली पर क्यों रोना रो रहा है मरदह….इसका कसूरवार कौन .
संदीप प्रताप सिंह
गाज़ीपुर | मरदह एक रोड़ और अपनी बदहाली का रोना रो रहा है,मरदह बाईपास रोड की दुर्दशा इतनी खराब हो गई है कि यहां से गुजरने वाले चालकों ने सड़क की दुर्दशा को लेकर सवाल उठाते हुए कहा है कि जब से यह सड़क बनी है तब से पूरी तरह से खराब है जगह-जगह पर गड्ढे पड़े हैं और यहां पर रोजाना दुर्घटनाएं भी सामने आ रही है, लेकिन प्रशासन इसकी तरफ ध्यान नहीं दे रहा है मगर सड़क की हालत बहुत खराब है. बहरहाल जब से मरदह बाईपास बना है तब से इसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. लगातार इसकी गुणवत्ता को लेकर स्थानीय और आने जाने वाले लोग भी सवाल खड़े कर चुके हैं, मगर इन सब बातो का कोई असर न तो पीडब्ल्यूडी विभाग और सत्ताधारी नेताओ के सेहद पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा हैं| मगर इस बाईपास रोड़ पर चलने वाले की सेहत पर बहुत असर पड़ रहा हैं आये दिन इस रोड़ एक्सीडेंट हो रहे है सरकार की गड्ढा मुक्त सड़क योजना इस बाईपास रोड पर लागू क्यों नहीं हो पा रही है | यहां के सत्ताधारी नेताओ और विपक्षी नेताओं जनता के परेशानी से कोई मतलब नहीं है क्योंकि जमीनी स्तर पर इसको लेकर कुछ भी नहीं किया जा रहा है. एनएच-29 और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाला मरदह बाईपास एक बहुत ही आवश्यक रोड है, बड़ी गाड़ियों का आवागमन दिन रात चलता रहता है मगर तब भी इस रोड का कोई भी विकास नहीं हुआ | अगर यह रोड नहीं रहता मरदह बाजार जाम से बदहाल रहता बहरहाल सड़क को लेकर अब पीडब्ल्यूडी विभाग और सत्ताधारी नेता क्या करते हैं ये देखने लायक हैं,लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मरदह की जनता के लिए बहुत बड़ा मुद्दा है |