प्रधानाचार्य की नेक पहल से विद्यालय में लौटी रौनक
मरदह गाजीपुर –समाज समता विद्यालय में प्रधानाचार्य ने बच्चों के लिए करवाई ब्रेंच की व्यवस्था
बता दे की शिक्षा क्षेत्र मरदह के सिगेरा में स्थित समाज समता विद्यालय के प्रधानाचार्य अमित कुमार सिंह ने विद्यालय में कई वर्षो के नियुक्त हुए है नियुक्ति के बाद उन्होंने विद्यालय की दयनीय स्थिति को देखते हुए यह प्रण लिया की बच्चो की शिक्षा के लिए मैं विद्यालय की एक अगल रूप रेखा को बनाने का प्रयास करुंगा। जिमसे सर्वप्रथम उन्होने अपने वेतन से स्टाप कक्ष, क्लास रूम, पेंटिंग, फर्श को पुरा करने का कार्य कराया, वही आज भी विद्यालय परिसर में टूटे फूटे डेक्स ब्रेंच्र को देखते हुए हजारों रुपए के लागत को लगाकर 20 से 25 ब्रेन्च व्यवस्था कराई। और कहा कि
विद्यालय या पाट्ठशाला वह स्थान है, जहाँ शिक्षा ग्रहण की जाती है। “विद्यालय एक ऐसी संस्था है, जहाँ बच्चों के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं नैतिक गुणों का विकास होता है। अगर मुझे पुरा जीवन भी बच्चो को सेवा करने का मौका मिला तो मैं अपने को धन्य समझूंगा। विद्यालय के लिए मुझे जो भी होता है इसका श्रेय में अपने गार्जियन स्वरूप दिनेश सिंह को देता हु।
विद्यालय के बच्चों ने बताया कि सर बहुत अच्छे है पढ़ाई से लेकर उनके अच्छे विचारों का हम सभी मार्गदर्शन करते हैं। वही मौके मौजूद विद्यालय के प्रबंधक ने बताया कि हमारे प्रधानाचार्य की ऐसी सोच है जिससे हमारे समाज और हम लोगों को बीच एक ऐसे अध्यापक है जिनका कार्य सराहनीय है। ऐसे पुनीत कार्यकर अपने जीवन में आगेबढ़ते रहें। इस मौके परमनोज यादव, पिंकी यादव, सुष्मिता यादव, महेश सिंह, रामाक्षय कुशवाहा अनिल यादव व अन्य स्टाप मौजुद रहे।मरदह गाजीपुर –समाज समता विद्यालय में प्रधानाचार्य ने बच्चों के लिए करवाई ब्रेंच की व्यवस्था
बता दे की शिक्षा क्षेत्र मरदह के सिगेरा में स्थित समाज समता विद्यालय के प्रधानाचार्य अमित कुमार सिंह ने विद्यालय में कई वर्षो के नियुक्त हुए है नियुक्ति के बाद उन्होंने विद्यालय की दयनीय स्थिति को देखते हुए यह प्रण लिया की बच्चो की शिक्षा के लिए मैं विद्यालय की एक अगल रूप रेखा को बनाने का प्रयास करुंगा। जिमसे सर्वप्रथम उन्होने अपने वेतन से स्टाप कक्ष, क्लास रूम, पेंटिंग, फर्श को पुरा करने का कार्य कराया, वही आज भी विद्यालय परिसर में टूटे फूटे डेक्स ब्रेंच्र को देखते हुए हजारों रुपए के लागत को लगाकर 20 से 25 ब्रेन्च व्यवस्था कराई। और कहा कि
विद्यालय या पाट्ठशाला वह स्थान है, जहाँ शिक्षा ग्रहण की जाती है। “विद्यालय एक ऐसी संस्था है, जहाँ बच्चों के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं नैतिक गुणों का विकास होता है। अगर मुझे पुरा जीवन भी बच्चो को सेवा करने का मौका मिला तो मैं अपने को धन्य समझूंगा। विद्यालय के लिए मुझे जो भी होता है इसका श्रेय में अपने गार्जियन स्वरूप दिनेश सिंह को देता हु।
विद्यालय के बच्चों ने बताया कि सर बहुत अच्छे है पढ़ाई से लेकर उनके अच्छे विचारों का हम सभी मार्गदर्शन करते हैं। वही मौके मौजूद विद्यालय के प्रबंधक ने बताया कि हमारे प्रधानाचार्य की ऐसी सोच है जिससे हमारे समाज और हम लोगों को बीच एक ऐसे अध्यापक है जिनका कार्य सराहनीय है। ऐसे पुनीत कार्यकर अपने जीवन में आगेबढ़ते रहें। इस मौके परमनोज यादव, पिंकी यादव, सुष्मिता यादव, महेश सिंह, रामाक्षय कुशवाहा अनिल यादव व अन्य स्टाप मौजुद रहे।